Monday, July 28, 2025

मध्यप्रदेश पर्यटन में निवेश की कितनी संभावनाएं

पर्यटन : मोस्ट वेलकमिंग निवेश स्टेट मध्यप्रदेश

पर्यटन में 'मोस्ट वेलकमिंग स्टेट' बनने के मायने

टूरिज्म का ब्रांड बनता मध्यप्रदेश

 

डॉ. दीपक राय, भोपाल।

डेली मीडिया गैलरी, 29/07/2025

मो. 9424950144

 


'मोस्ट वेलकमिंग स्टेट', चहुंओर हरियाली, वनों से समृद्ध, बिग कैट फैमिली के सभी वन्यप्राणी की मौजूदगी, 5 लाख किलोमीटर का रोड नेटवर्क रेल और एयर नेटर्वक, भारत का हृदय प्रदेश, वन्यजीवों का आदर्श घर, "विश्व की टाइगर राजधानी", सफेद शेर, एशिया का एकमात्र ऐसा स्थान जहां चीता हैं। खजुराहो, सांची और भीमबेठका जैसे तीन यूनेस्को विश्व विरासत स्थल हैं। ऐसी समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का स्थल है मध्यप्रदेश।

नई पर्यटन नीति-2025 के कारण राज्य में पर्यटन क्षेत्र के विकास और निवेश की व्यापक संभावनाएं हैं। नई पर्यटन नीति के तहत NOCs को 30 से घटाकर 10 किया गया है और सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है। 13 देशों के साथ मिलकर प्रदेश में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने वाली मध्यप्रदेश सरकार अब निवेश के लिए नए रास्तों पर निकल पड़ी है। 13 से 19 जुलाई 2025 तक मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 'निवेश के लिए विदेश यात्रा' पर दुबई और स्पेन गए थे। मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश के पर्यटन में औद्योगिक निवेश की संभावनाओं के बारे में विस्तार से परिचय कराया। सरकार ने, निवेशकों के समक्ष राज्य की निवेश-अनुकूल नीतियों, आवश्यक भूमि, जल, ऊर्जा और मजबूत आधारभूत संरचना की सहज रूप से उपलब्धता की जानकारी प्रस्तुत की। उत्कृष्ट लॉजिस्टिक कनेक्टिविटी, दक्ष मानव संसाधन, सुगम और पारदर्शी प्रशासनिक प्रक्रिया, ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस, निवेश के लिए एक सुरक्षित, स्थिर और समर्थ राज्य, जो वैश्विक कंपनियों के लिए दीर्घकालिक सहयोग के द्वार खोलता है। दुबई में “एमपी डे आयोजित करने के लिए भारतीय मिशन की भागीदारी जैसे अहम विषय बेहद महत्वपूर्ण विषय पर संवाद हुआ। हॉस्पिटैलिटी में निवेश की संभावनाओं पर बात हुई। स्पैन कम्युनिकेशन्स ने राज्य में पर्यटन, नेचुरोपैथी रिसॉर्ट और क्रूज़ टूरिज्म को प्रोत्साहित करने हेतु 500 करोड़ रुपये निवेश के साथ 100-150 रोजगार सृजन की संभावना सामने आई। स्पेन के मैड्रिड में ‘इन्वेस्ट इन मध्यप्रदेशबिजनेस फोरम में उद्योग, पर्यटन, खेल, संस्कृति तथा फिल्म निर्माण से जुड़े विषयों पर उच्चस्तरीय बैठक हुई। एमडी डॉ. इलैया राजा टी. ने औद्योगिक नीति एवं निवेश, आईटी और अधोसंरचना सेक्टर पर प्रेजेन्टेशन प्रस्तुत किया। भारत और स्पेन के बीच फिल्म निर्माण के क्षेत्र में सहयोग पर एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। सीएम ने मध्यप्रदेश की विविध और दर्शनीय लोकेशन्स और राज्य की फिल्म-फ्रेंडली नीति की जानकारी दी। वैश्विक कपड़ा एवं फैशन क्षेत्र के दिग्गजों से निवेश संवाद किया। पोस्ट-प्रोडक्शन, वीएफएक्स, स्क्रिप्ट लेखन जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय कौशल विकास और तकनीकी प्रशिक्षण के अवसरों पर सहयोग की आवश्यकता पर चर्चा की। स्पेन के प्रमुख फिल्म संस्थानों के साथ शॉर्ट टर्म कोर्स और एक्सचेंज प्रोग्राम शुरू करने की संभावनाओं पर भी बातचीत हुई। स्पेन में एक "मध्यप्रदेश फिल्म शोकेस" जैसे आयोजन की संभावना पर विचार किया गया। खेल, नेतृत्व और जीवन कौशल पर आधारित कार्यक्रमों की संभावनाएं, विश्व धरोहर स्थलों साँची, खजुराहो और भीमबेटका को यूरोप में प्रमोट करने के लिए संयुक्त पर्यटन अभियान पर भी सहमति बनी। 

Foreign Investment in Madhya Pradesh Tourism, Article by Dr. Deepak Rai 


म.प्र. में हॉस्पिटैलिटी, वेलनेस और एडवेंचर टूरिज्म में निवेश के पर्याप्त से भी ज्यादा अवसर हैं। मध्यप्रदेश, इतिहास और विरासत की भूमि है। भारत में स्थित यूनेस्को की 62 विश्व धरोहर है जिसमें से 18 मध्यप्रदेश में है। संस्कृति और आध्यात्म की दृष्टि से मध्यप्रदेश अत्यंत समृद्ध है। प्रदेश में 2 ज्योतिर्लिंग के साथ विश्व की प्राचीनतम नदियों में से एक और प्रदेश में पूजनीय नदी माँ नर्मदा बहती है। आज के तनाव भरे जीवन में मां नर्मदा के किनारे स्थित सभी स्थल आपको अध्यात्म और सकारात्मक ऊर्जा से भर देते हैं। भारत, विशेष रूप से मध्यप्रदेश, वैश्विक निवेश के लिए उतना ही सुरक्षित और सक्षम है जितना कोई विकसित देश।

सरकार का विजन है कि उज्जैन, ओंकारेश्वर, चित्रकूट जैसे धार्मिक स्थलों के उन्नयन में दीर्घकालिक दृष्टि, लोक सहभागिता और वैश्विक डिज़ाइन समन्वय का दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए। हमारी पारंपरिक कलाओं गोंड, फड़, मांडना आदि को डिजिटल प्लेटफॉर्म और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर पहुंचाने की योजना को और अधिक प्रभावी बनाया जाना चाहिए। ऐसा इसलिए भी क्योंकि कला न केवल पहचान का माध्यम है, बल्कि शिक्षा, रोजगार और पर्यटन विकास का प्रभावी उपकरण भी है।

हमें यह दिख रहा है कि सीएम डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में पर्यटन, कला, संस्कृति और निवेशतीनों के समन्वय से आगे बढ़ रहा है। विश्वस्तरीय पर्यटन सुविधाएं विकसित हो सकें, इसलिए टूरिज्म सेक्टर को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से होटल परियोजनाओं पर मप्र सरकार 30 करोड़ रुपये तक की वित्तीय सहायता दे रही है। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा दुबई और स्पेन की यात्रा से पहले भी पर्यटन निवेश के लिए कई प्रयास किये गए हैं। रीजनल इंडस्ट्री कॉनक्लेव, भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट, इंग्लैंड, जर्मनी और जापान की यात्रा, भारत के प्रमुख नगरों कोलकाता, कोयम्बटूर, सूरत, लुधियाना में भी सेक्टर वाइज बैठकों और संगोष्ठियों के माध्यम से मध्यप्रदेश में उद्योग क्षेत्र में नई इकाईयों की स्थापना के लिए ठोस प्रयास किए गए हैं। भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से लगभग 30.77 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। लंदन में एक उद्योगपति को निवेश के लिए आनलाइन आवेदन के तुरंत बाद भूमि आवंटन किया जाना मप्र में इज आफ डूइंग बिजनेस का उदाहरण है।

मध्यप्रदेश पर्यटन को नई उड़ान रीवा रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव में भी मिलती दिखी जहां 3000 करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। हेल्थ एंड वेलनेस टूरिज्म, धार्मिक पर्यटन, पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा बुकिंग पोर्टल का IRCTC पोर्टल पर बुकिंग सुविधा, पर्यटन ग्रामों में विकसित ग्रामस्टे को डिजिटल बुकिंग प्रणाली से जोड़ते हुए होम स्टे ऑनलाइन बुकिंग पोर्टल को लॉन्च किया गया है।

सीएम डॉ. मोहन यादव कहते हैं कि पर्यटन तो हमारा प्रिय निवेश क्षेत्र है। इसके सुखद पहलू भी हमें पता हैं। बेहतर एयर कनेक्टिविटी एवं पर्यटन सुविधाओं में विस्तार के कारण म.प्र. में विदेशी पर्यटकों की संख्या 30-40 फीसदी बढ़ने का अनुमान है। मध्यप्रदेश भारत में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला राज्य है। यह पिछले 10 साल से अग्रणी बनी हुई है। प्रदेश सरकार ने 18 नई नीतियां लागू की हैं, जो देश में सर्वश्रेष्ठ हैं। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा विकसित किये जा रहे ईएसजी (पर्यावरण, सामाजिक और सुशासन) मॉड्यूल को वैश्विक स्तर पर सकरात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। मुख्यमंत्री की यह यात्रा मध्यप्रदेश के पर्यटन को वैश्विक निवेश नक्शे पर और सशक्त रूप से स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित हो सकती है। विदेशी निवेशकों से सीएम द्वारा कहीं गई यह बात पर्यटन के नए भविष्य की ओर इशारा करती है एक बार मध्यप्रदेश अवश्य आइये, मध्यप्रदेश के पर्यटन को भूल नहीं पाएंगे। "मैन ऑफ आइडिया" डॉ. मोहन यादव विचारों को जमीन पर उतारने की दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ निवेश के लिए प्रयास क्या रंग लाएंगे, आने वाले समय में यह दिख सकता है।

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